संघर्ष की राह कहानी भाग 12

 


                                                      गाँव के युवा आर्मी की तैयारी



 

शेरपुर गांव के कई युवा 12  वी पास हो गए अब वे सरकारी नौकरी की तलाश करने लगे लेकिन सरकारी नौकरी में पद कम और उम्मीदवारों की संख्या अधिक एक अनार सौ बीमार की कहावत सिद्ध हो रही ऐसे मे गांव के

'युवा हताश होने लगे । एक दिन रोहित के माया जी का लड़का जो दूसरे जिले के गांव का निवासी था। और आर्मी मे नौकरी करता था। पांच साल हुए थे नौकरी मे दो महीने की छुट्टी मिली थी ,वह अपने गांव आया था । वहां से वह रोहित के परिवार वालो से मिलने आया था । रोहित के घर आया सभी से मिला उसका नाम जंग बहादुर था । रोहित बोला तु तो बिल्कुल नहीं बदला पहले जैसा गबरू जवान है  | कंहा है तेरी पोस्टिंग जंग बहादुर ने कहा अब में देश सेवा कर रहा हूँ और जम्मू मे मेरी पोस्टिंग है । रोहित ने पूछा आर्मी की नौकरी किस्मत वालो को मिलती है, जिन्हे देश सेवा करने का अवसर मिलता है  । जंग बहादुर बोला नहीं हमारे देश के हर व्यक्ति देश सेवा करते है । जैसे किसान कड़ी मेहनत करके अन्न उत्पादन कर देशवासियों की पेट की ज्वाला को शांत करता है ,  शिक्षक अच्छी शिक्षा देकर व्यक्ति के जीवन को संवारकर अच्छा नागरिक बनाता है । 

डॉक्टर गंभीर से गंभीर बीमारी को जटिल ऑपरेशन कर बीमारी को दूर करता है । कही न कही हर व्यक्ति कई रूप मे देश की सेवा के समर्पण की भावना से देश के विकास मे अपना अमूल्य सहयोग देकर देश सेवा करते है  फर्क इतना हे  कि सैनिक  बॉर्डर पर रहकर बाहरी खतरों से देश की रक्षा करते है  आर्मी के जवान और देश के नागरिक देश मे रहकर अपने देश के विकास मे सहयोग देते है । रोहित ने कहा तुमने अपने मन की भावना  बता कर मेरा दिल खुश कर दिया मुझे तुम पर गर्व है , मे तुझे सलाम करता हूं । यदि हर भारतवासी के मन मे तुम्हारी जैसी सोच होतो हमारा देश आत्मनिर्भर बन जाये इतने मे रोहित के पिताजी और राहुल बाजार से आ गए  जंग बहादुर को देखकर, राहुल हमारे घर मेहमान आए  हाल चाल पूछे

बोला क्या बात है  आप जगबहादुर ने प्रणाम किया |

पुरे परिवार ने जंग बहादुर के साथ भोजन किया और जंग बहादुर ने कहा खाना बहुत अच्छा बनाया आत्मा तृप्त  हो गई। फोज मे ऐसा खाना नहीं मिलता हे.! गैस मे खाना

खाते है । जंग बहादुर ने कहा आपका गांव तो काफी बदल गया, स्कूल , हॉस्पिटल , मांगलीक भवन आदी हो गए|  राहुल के पिताजी बोले बेटे गांव के विकास मे सरपंच रोहित का योगदान  । रोहित ने गाँव वालो को साथ लेकर सभी ने मिलजुल कर गांव की दशा बदल दी। जंग बहादुर ने कहा हां  मैंने पेपर में  आपके गांव के बारे मे पड़ा था बहुत अच्छा लगा । इतने मे रोहित बोला एक चिंता रहती है जंग बहादुर बोला अब क्या चिन्ता है ।

 अच्छा घर बन गया शादी हो गई । कारोबार अच्छा चल गया । रोहित ने कहा इस बात की नहीं 'मुझे गांव के युवाओं की जिन्होंने बारहवीं तक शिक्षा प्राप्त कर ली अब वे बेरोजगार होकर घूम रहे हैं नौकरी मिलती नहीं, मुझे डर है कि थे युवा भटक न जाए और गलत काम न करने लगजय  जंग बहादुर बोला आर्मी मे क्यों नहीं जाते दो महीने बाद आर्मी की भर्ती निकलने वाली है ।

 जिसमें हजारों युवाओं को मौका मिलेगा । इतने मे रोहित ने कहा यह तो बहुत अच्छी बात है लेकीन भर्ती की तैयारी के लिए उन्हें कौन समझाए, जंग बहादुर तुमसे एक बात कहु  क्या तुम आठ दिन गांव मे रहकर उनका गार्गी दर्शन करें ? जंग बहादुर कैसी बात करते बड़ा उपकार होगा तुम्हारा  ,  पन्द्रह दिन तक हमारे  यहाँ रहकर तैयारी करवाए मुझे बहुत खुशी होगी मैं आर्मी मे ट्रेनर हूँ । इसमे उपकार की क्या बात है । रोहित बोला तुमने मेरे यन से मेरा बोझ हल्का कर दिया । रोहित ने कहा अब सो जाबो कल गांव की चौपाल पर इस बारे मे बात करेंगे ।

अगले दिन रोहित ने चौकीदार को बुलाकर गांव वालो को चौपाल पर बुलाया । गांव के सभी , युवा वृद्ध सोच रहे थे । आज क्या काम होगा जो सभी इकट्ठे हुए सभी सोच ही रहे थे। इतने में रोहित उनके मामा का लड़का जंग बहादुर भी आ गए |  रोहीत ने सभी गांव वालों को नमस्कार  किया सभी लोगों ने रोहित के नमस्कार का अभिवादन किया |

रोट्रीत से गाँव वालो ने पूछा  आज क्या बात है ? कभी खैरियत तो है  सभी को  क्यों बुलाया रोहित ने कहा आज हमारे गांव के युवाओं के भविष्य के लिए सभी लोगो को ये जो वर्दी  मे खड़े है ये मेरे मामा जी के बेटे हैं , उनके नाम जंग बहादुर है  ,पांच साल पहले ये सेना भर्ती  हुए  और नौकरी कर रहे है |. जंग बहादुर ने जय हिंद कह कर सबका अभिवादन किया । गांव के पढ़े लिखे युवाओं ने भी  जय हिन्द कहा सभी मे जोश था । रोहित बोला भारतीय सेना मे सैनिकों की भर्ती होने वाली है यदि हमारे गाँव के युवा देश सेवा की नौकरी करना चाहते है तो वे तैयार कर सकते है ।  इतने मे एक युवक योगेन्द्र बोला हम सेना मे कैसे भर्ती हो सकते हमे तो  जानकारी भी  नही है  बाकी युवाओं ने भी  योगेन्द्र की बात का समर्थन किया इतने मे सरपंच रोहित ने कहा इसकी जानकारी आपको जंगबहादुर  देंगे जंग बहादुर ने कहा जब मैं सेना में भर्ती हुआ था तो मैंने कई कठिन चुनौतियों का सामना किया मुझे कोई बताने वाला नहीं था ।

 उसने अपने विचार साझा किये । देश की सेवा करने का जुनून और अपनी क्षमता पर भरोसा रखने से हर समस्या सरल हो जाती है | सैना में न एक सैनिक बनता है बल्कि एक सशक्त अनुशासन और जिम्मेदार नागरिक भी बनता है । उसने आगे कहा जोश और हिम्मत हो तो कुछ भी असंभव नहीं । सेना मे कैसे भर्ती हो सकते हैं । उन्हें सेना भर्ती प्रक्रिया के बारे मे विस्तार से बताया और कहा सपने देखने से ज्यादा जरूरी है उन्हें साकार करने का हौसला'  रखना। मेहनत और समर्पण से आप सभी सेना मे शामिल हो सकते हैं  | युवाओं ने कहा हम कठिन मेहनत करने के लिए तैयार है । जंग बहादुर ने कहा में पन्द्रह दिन तक आपके गांव मे रहकर आपको फिजिकल - दौड़, एक एवं परीक्षा की तैयारी में स्वयं तुम्हे कराऊंगा |

 कल जो व्यक्ति सेना मे जाने के लिए तैयारी करना चाहता है वह कल मैदान मे आ जाना सभी ' युवाओं मे उत्साह था । अगले दिन  से  सभी युवा गांव के मैदान मे आ गए सभी को जंग बहादुर ने ट्रेनिंग देना सुर किया पन्द्रह दिन तक जंग बहादुर ने सभी को भर्ती की प्रक्रिया बताई और कहा जब तक सेना की भर्ती न खुले तब तक आप सभी युवा सुबह-शाम मैदान मे प्रैक्टिस करते रहो  मुझे विश्वास है आपको ईश्वर जरूर सफल करेंगे जिसके बाद सभी युवा अनवर ,  संकल्प से एक सैनिक की तरह - दौड़, दण्ड बैठक, और कसरत   करते थे उनमे सेना मे जाने का जुनून सवार था

 

 कुछ महीनों बाद आर्मी की भर्ती खुली युवाओं ने पूरी तैयारी से भाग लिया और बीस युवाओं में से अठारह युवाओं का भारतीय सेना में चयन हुवा गांव में जब यह समाचार लोगो को प्राप्त

हुवा तो गांव का माहोल त्योहार जैसा हो गया सभी लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे सभी  लोग मिलकर सरपंच रोहित के घर बधाई देने पहुंच गए रोहित सोया हुवा था ,आवाज सुनी बाहर निकला भिड देखकर घबरा गया |लोगो से पुछा क्या बात है सभी खैरियत तो है गांव के चौधरी ने कहा बेटा सभी खैरियत है ।

 तुम्हारी मेहनत रंग लाई हमारे गांव के 18 लड़कों का सैना में चयन हो गया है ,यह सुनकर सरपंच रोहित की आँखों में खुशियों के आँसू भर आए रोहीत बोला आप सभी लोग की वजह से  आज हमारे गांव का नाम इतिहास ने लिखा जाएगा एक गांव से पहली बार बड़ी संख्या में इतने युवाओं का चयन हुवा अभी चाय पी रहे थे ,इतने मे भर्ती होने गए वे लड़के भी आ गए वे सभी से मिले रोहित के चरण स्पर्श कर कामयाबी का श्रेय रोहित को दिया रोहित ने कहा यह सभी आपकी मेहनत का फल है । और भी युवा तैयारी करते रहे सभी को सफलता मिलेगी हताश होने की आवश्यकता नहीं है ।

 कुछ दिन बाद सभी युवाओं को बैंड बाजों के साथ स्वागत करके ट्रेनिंग के लिए भेजा सभी युवाओं ने अपनी ट्रेनिंग अलग-अलग शहरों मे प्राप्त की और सैनिक बनकर छुट्टियाँ बिताने गांव आए |  गांव वालो ने सभी का हार फूल से स्वागत किया पटाखे फोड़े गए । उस दिन रोहित ने अपनी तरफ से गाँव वालो का भोजन रखा. जिसमे जिला कलेक्टर, एस डी एम तहसीलदार , विधायक भी गांव मे आए और सभी सैनिको का स्वागत किया | विधायक जी ने कहा हमारे विधानसभा क्षेत्र के लिए यह गौरव की बात है की हमारे क्षेत्र के एक गांव से बड़ी संख्या मे इतने युवा सैनिक बने में अपनी तरफ से सभी को बधाई देता हूँ गाँव के सरपंच रोहीत की इस पहल का स्वागत करता है की उन्होंने गांव के युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित किया |

मै अपनी और से गांव मे खेल मैदान एवं कसरत के सामान के लिए पांच लाख रुपये की राशी स्वीकृत करता हूं और जो सैनिक छुट्टी पर आए है उनसे अनुरोध करता हूँ की  वे अपनी छुट्टी के समय अन्य युवा साथी  का मार्गदर्शन करें |



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