संघर्ष की राह कहानी भाग 7
संघर्ष की राह कहानी भाग 7
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| संघर्ष की राह कहानी भाग 7 |
रमेश की मदद से गांव की जागरूकता: रक्तदान और स्वच्छता का संदेश":-एक दिन सभी गांव के किसान चौपाल पर बैठे हुए थे। रोहित सभी को शिक्षा के बारे में बता रहा था. तभी गांव का शेकर आया और उसने बताया की रमेश के पेट में बड़ी गठान हो गई है | वह शहर के अस्पताल में भर्ती है । डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने को कहा है । और बोलता है की रमेश काफी कमजोर है उसे ऑपरेशन करते समय खून की आवश्यकता लगेगी लेकिन खून देने के लिए कोई तैयार नही है । इतने में अनोखी ने कहा सही बात है कौन अपना खून देगा। खुन देने से कमजोरी आती है | रोहीत ने कहा यह गलत धारणा है। रक्तदान के कई फायदे है । रक्तदान से व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है । रक्तदान करने से शरीर मे रक्त संचार होता है। हमारा हृदय सही तरीके से काम करता है । रक्तदान करने से भविष्य में होने वाली बीमारियां जैसे मोटापा, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है | रक्तदान करने से हमारी आत्मा को शांति मिलती है। रक्तदान एक सामाजिक गतिविधि है । जो आपको समाज से जोड़ती है । यह हमें बहुत अच्छा लगता है कि हम समाज से जुडते हे। क्योंकि हमारे द्वारा दिये हुवे रक्त से जरूरतमंद जिंदगी बच सकती है । संसार में रक्तदान के बराबर कोई दान नहीं है । मुखिया जी ने कहा तुमने हमारी आंखे खोल दी |
हम तो रक्तदान करने से डरते थे। अब हम हॉस्पिटल जाकर रमेश के लिए रक्तदान करेंगे । रोहित ने कहा बहुत अच्छी बात है । लेकीन हम सभी का ब्लड ग्रुप अलग अलग है जिस व्यक्ति का जिससे ब्लड ग्रुप से मिलता है, उसी का रक्त चढ़ाया जाता है । गांव वालो ने कहा हमें तो पता ही नहीं कि हमारा ब्लड ग्रुप कोनसा है। कैसे पता चलेगा ? रोहित ने कहा कल हम चार पांच व्यक्ति रमेश के समाचार लेने हॉस्पिटल जाएंगे । और रमेश को हमारा रक्तदान करेंगे । डॉक्टर . हमारे रक्त के सैंपल लेकर बताएगा कि हमारे रक्त का कौन सा ग्रुप है। सभी को अच्छा लगा। गांव के मुखिया सहित गांव के लोग अगले दिन हास्पीटल गए और रक्तदान किया। रमेश का आपरेशन सफलतापूर्वक हो गया | उसके परिवार वालो को रक्त के लिए भटकना नही पड़ा |
फिर रोहित ने हॉस्पिटल के डॉक्टरों से अपने गांव में रक्त परीक्षण शिविर के बारे में बातचीत की डाक्टरो ने कहा हम आपके गांव में रक्तदान एवं रक्त परीक्षण शिवीर लगाएंगें | कुछ दिन बाद गांव में रक्त परीक्षण एवं रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ | जिसमें गांव के लोगों ने उत्साह पूर्वक भाग लेकर रक्त परीक्षण करवाया और कई लोगो ने रक्तदान भी किया | कुछ लोगों ने रोहीत से पूछा जो रक्तदान हमने किया है उसका डॉक्टर क्या करेंगे ? रोहित ने कहा रक्त की ये बोतले ब्लड बैंक में जमा होगी और आवश्यकता पड़ने पर जरूरत मंद मरीज को चढ़ाई जाएगी। ताकी किसी व्यक्ति की रक्त के अभाव मे जान न जाए।
गांव वाले लोगों ने अपने गांव में शिविर लगाए जाने एवं सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर हास्पीटल के डॉक्टरों का हार फूल से स्वागत किया एवं मुखिया जी की तरफ से स्वादिष्ट भोजन की दावत दी गई | अंत मे रोहित ने सभी को इस नेक काम मे सहयोग करने के लिए आभार माना ।जिन लोगों ने रक्त परीक्षण करवाया किस का कौन सा ब्लड ग्रुप है उसकी सूची नाम नम्बर सहीत रोहित ने तैयार की ,ताकि जरूरतमंद की आवश्यकता होने पर कोन से ग्रुप की व्यक्ति को रक्त की जरूरत है | हम सूची मे देखकर रक्तदान कर सके गांव वाले बहुत खुश है क्योंकि उनका गांव आदर्श गांव बन रहा है | रोहित ने कहा हमे स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता के महत्व को भी समझना होगा। हमारे गांव में कीचड़ अधिक है हम सभी को इसके बारे मे सोचना होगा। गंदगी होने के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। मोहन बोला मच्छरों को कैसे समाप्त करे। मच्छरों के काटने से लोग बीमार हो रहे है।
रोहित ने कहा मछर गंदगी के कारण पनप रहे हैं। जिससे मलेरिया, टाइफाइड जैसी घातक बीमारियां होती है और हमें डॉक्टर के पास इलाज करवाना पड़ता है। जिससे हमारे द्वारा मेहनत करके कमाया गया पैसा भी खर्च होता है। गांव वाले बोले इस समस्या का समाधान क्या है ? रोहील ने कहा हर समस्या का समाधान है । इसके लिए हम जनसहयोग से हमारी गांव की गलीयो मे सफाई अभियान चलाकर नालीयों का निर्माण करेंगे रोहीत की बात का सभी गांव वालो ने समर्थन किया। और गांव की संकरी गलीयो का चौड़ीकरण कर नालिया बनाई, जिससे गांव का गंदा पानी नालीयो से गांव के बाहर निकाला गया |
गांव कीचड़ मुक्त हो गया। और मच्छरों का खात्मा भी ,मलेरिया जैसी घातक बीमारी से बच गए। गाव में समय -समय पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी होने लगा एवं निशुल्क दवाईया एवं स्वास्थ्य की जांच भी गांव वाले कराने लगे। पहले गांव के लोग बारीश के दिनो मे ज्यादातर बीमार रहते थे | अब सभी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो गए। और स्वस्थ रहने लगे| गांव में रोहीत ने सभी को योग एवं ध्यान के बारे मे भी जानकारी दी जिससे ग्रामीण जन ध्यान एवं योग करने लगे जिससे उनका मन भी स्वस्थ होने लगा रोहित ने कहा यदि हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा तो हमारा मन भी स्वस्थ रहेगा। हमें हमारे घर के आस-पास साफ सफाई रखना चाहिए |
यह हमारा परम कर्तव्य है। इससे हम कई प्रकार की बीमारियों को भगा सकते हैं । हमे रोज स्वच्छ जल से नहाना चाहिए, तथा संतुलित भोजन करना चाहिए गांव के मुखिया ने पूछा संतुलित भोजन क्या होता है | रोहित ने कहा सन्तुलित भोजन जिसमें प्रोटीन ,कैल्शियम जैसे पोषक तत्त्व होते है | जैसे दाल-चावल हरी सब्जियां एवं ताजे फल का सेवन करना चाहिए इससे हमारा शरीर बिल्कुल स्वस्थ रहेगा और हम बीमार भी नहीं होंगे ।
दूध , घी का उपयोग भी हमें करना चाहिए जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा| रोहित की बातो से गाँव वालो को प्रेरणा मिली |सभी लोग इन बातो पर अमल करने लगे व एक दुसरे को भी जानकारिय देने लगे | जो लोग रोज नहाते नहीं थे वे रोजाना नहाने लगे |योग एव ध्यान करने लगे तथा रोहित को अपना आदर्श मानने लगे |
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